2025 में मोहिनी एकादशी व्रत कथा, तिथि और पूजा विधि | सम्पूर्ण जानकारी

🕉️ मोहिनी एकादशी व्रत कथा, पूजा विधि और महत्व (2025)

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Meta Description: जानिए मोहिनी एकादशी व्रत कथा 2025, तिथि, महत्व और व्रत की सम्पूर्ण विधि। पढ़ें 100% यूनिक और SEO फ्रेंडली लेख।

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🌺 परिचय: क्या है मोहिनी एकादशी?

मोहिनी एकादशी व्रत कथा 2025, वैष्णव भक्तों के लिए अत्यंत पवित्र एकादशी होती है जो वैशाख मास के शुक्ल पक्ष में आती है। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है और इसका विशेष महत्व इसलिए भी है क्योंकि इसी दिन भगवान ने मोहिनी रूप धारण कर अमृत दैत्यों से छीनकर देवताओं को दिया था।


मोहिनी एकादशी व्रत कथा और तिथि 2025

📆 मोहिनी एकादशी व्रत कथा 2025 में कब है?

👉 तिथि: सोमवार, 17 मार्च 2025
👉 पारण तिथि: मंगलवार, 18 मार्च 2025 को प्रातः काल सूर्योदय के बाद


🛕 मोहिनी एकादशी व्रत कथा

बहुत समय पहले भद्रावती नगर में धनपाल नामक वैश्य रहता था। उसका सबसे छोटा पुत्र धृष्टबुद्धि बहुत ही पापी था। एक दिन वह कौडिन्य ऋषि के आश्रम पहुँचा। ऋषि ने उसे मोहिनी एकादशी व्रत रखने की सलाह दी। व्रत करने के बाद उसके सारे पाप मिट गए और उसे विष्णुलोक की प्राप्ति हुई।

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🪔 मोहिनी एकादशी व्रत की विधि

  • प्रभात स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें।
  • व्रत का संकल्प लें और भगवान विष्णु की पूजा करें।
  • तुलसी दल अर्पित करें, विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
  • दिनभर उपवास करें – केवल फल, दूध या निर्जल व्रत रखें।
  • रात को जागरण करें और भजन-कीर्तन करें।
  • दूसरे दिन सूर्योदय के बाद पारण करें।

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📿 मोहिनी एकादशी व्रत के लाभ

  • पापों का पूर्ण नाश होता है।
  • मोक्ष की प्राप्ति और जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्ति।
  • मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति।
  • घर में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है।

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🍽️ व्रत में क्या खाएं और क्या न खाएं

सेवन करें:

  • फल, दूध, मखाने, मूँगफली
  • साबूदाना, लौकी, कुट्टू आटा

न करें सेवन:

  • लहसुन, प्याज, अनाज, मांसाहार
  • चाय, कॉफी, मद्यपान

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💡 मोहिनी एकादशी से जुड़े रोचक तथ्य

  • मोहिनी रूप में भगवान विष्णु ने अमृत को असुरों से छीना।
  • यह एकादशी मोह-जाल से मुक्ति दिलाती है।
  • यह व्रत आत्मा की शुद्धि और प्रभु प्रेम की प्राप्ति का मार्ग है।

🙏 व्रत रखने के नियम

  • क्रोध, झूठ, हिंसा से बचें।
  • पूर्ण संयम और ब्रह्मचर्य का पालन करें।
  • माता-पिता और गुरु का आशीर्वाद लें।

📜 महत्वपूर्ण FAQs

मोहिनी एकादशी व्रत कौन कर सकता है?
कोई भी श्रद्धालु स्त्री या पुरुष इस व्रत को कर सकता है।

क्या महिलाएं मासिक धर्म में व्रत रख सकती हैं?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस अवधि में व्रत और पूजा से परहेज करना चाहिए।

व्रत न रख सकें तो क्या करें?
केवल भगवान विष्णु की पूजा कर और फलाहार करके पुण्य प्राप्त कर सकते हैं।


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निष्कर्ष

मोहिनी एकादशी व्रत आत्मा को पवित्र करता है और पापों से मुक्ति दिलाकर मोक्ष की ओर ले जाता है। अगर आप अपने जीवन में आध्यात्मिक उन्नति चाहते हैं, तो इस पवित्र दिन को संकल्पपूर्वक मनाएं।


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